रंग बिरंगे रंगों से सजीव हो रहा,
अतुकल पोंगल का त्योहार आया।
भोग लगाए, आसमान में भर रहा,
धन्यवाद भावना से हृदय खिला।
अन्न की मिष्ठी खुशियों को बढ़ा,
साझा करते हैं प्रेम और समृद्धि का सन्देश।
अतुकल पोंगल, जीवन की मिठास लाया,
हृदय में बसे राहुल गुण से निखरा।