जंगल में छुपा वनस्पति, बूटी की कहानी,
जीवन में भगवान, भूल की मिसाल है यह नयी।
प्रकृति के रहस्यों में, दिखता है सत्य,
जीवन के जंगल में, भगवान का अद्भूत रूप है यह।
विश्व के सौंदर्य से, भरा है यह कायनात,
भूल के अंधकार से, आत्मा को जोड़ता है यह सात।
चेहरे के पीछे छुपा, भगवान का मोह,
भूल की घातक लहर, ध्यान से ही होती सुरक्षित।
सोच की गहराइयों में, बसता है रहस्य,
जीवन की यात्रा में, भगवान की मूर्ति है साक्षात।
जैसे जंगल का रूप है, वनस्पतियों में छिपा,
वैसे ही जीवन में है, भगवान का प्यार अद्वितीय है यह।