ठंडक

ठंडक, गर्मी की जलती आग की दास्तान,
प्राकृतिक सीता जो लाती, है सांसों को राहत दिन-रात।
पेड़ों की छाया, हवा में मिली सुगंध,
ठंडक, है जीवन की एक अनमोल वरदान।
पानी की बूंदें, हरियाली की मिठास,
ठंडक, है मानवता की अमृतास्वाद की कहानी की शुरुआत।
गर्मी के तप्त दिनों में, है ठंडक एक आस,
सर्दी की बर्फबारी नहीं, अब बनी है हर बारिश।

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