भोगी, तमिलनाडु में मनाया जाने वाला पहला दिन है और इसे मकर संक्रांति से पूर्व मनाया जाता है। यह पर्व एक सामूहिक समर्पण और पूजा का मौका है।
**कैसे मनाया जाता है भोगी:**
1. **घर की सजावट:** लोग अपने घरों को सजाकर इसे साफ-सुथरा बनाते हैं और उसमें देवता की पूजा करते हैं।
2. **पूजा और आरती:** भोगी के दिन, लोग अपने घर के कोणों में एक छोटे से मंदिर की शुरुआत करते हैं और उसमें विशेष पूजा और आरती करते हैं।
3. **विशेष भोजन:** इस दिन विशेष भोजन बनता है और घर के सभी सदस्य मिलकर उसे स्वीकार करते हैं।
4. **दान:** कुछ लोग इस दिन धन और सामग्री का दान करते हैं ताकि वे अपने समृद्धि को दूसरों के साथ साझा कर सकें।
भोगी, सामूहिक समर्पण और धार्मिक आत्मगति का पर्व है, जो समृद्धि और खुशियों की भरपूर शुरुआत का संकेत होता है।