वसंत पंचमी, हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है, जो ज्ञान, कला, और साहित्य की देवी हैं। वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा, बसंत पंचमी, और श्रीपंचमी भी कहा जाता है।
**कैसे मनाते हैं वसंत पंचमी:**
1. **सरस्वती पूजा:** इस दिन सरस्वती माता की पूजा की जाती है, जिसमें विद्या, कला, और साहित्य के क्षेत्र में आशीर्वाद के लिए आराधना की जाती है।
2. **बसंत पंचमी पर वसंत विषयक गीतों का आनंद:** इस दिन लोग बसंत पंचमी के अवसर पर रंग-बिरंगे वसंत गीतों का आनंद लेते हैं और परिवार के साथ मिलकर बजाए जाते हैं।
3. **पीला रंग और पहनावा:** वसंत पंचमी के दिन पीले रंग का उपयोग किया जाता है और लोग सुनहरे रंग के वसंती वस्त्र पहनते हैं।
4. **बाल प्रीतियों के साथ खेलें:** बच्चे और युवा इस दिन बाल प्रीतियों के साथ खुलकर खेलते हैं, खिलवार क्रीड़ाएं करते हैं और विभिन्न वसंती गतिविधियों में भाग लेते हैं।
5. **पूजा और आराधना:** घरों में सरस्वती माता की मूर्तियां सजाई जाती हैं और उनकी पूजा आराधना की जाती है।
वसंत पंचमी एक रंगीन और आनंदमय त्योहार है जो प्रकृति, शिक्षा, और कला की देवी सरस्वती की पूजा के साथ मनाया जाता है।