शादी का सेहरा चमकता,
दूल्हे की आँखों में सपना सजता।
मोगरे की माला, फूलों की बातें,
नए रिश्तों की शुरुआत में है मिलने की रातें।
चांदनी रातों में, चमकता सेहरा,
प्रेम की कहानी, हर नयी मिसाल बनाता।
स्नेह से सजीव, सपनों का है जहाज,
शादी का संसार, है रंगीन बातें कहने का मंजर।
पलकों पे बिठाए, मेरी दुल्हन को,
सेहरा ना कहूँ तो कहाँ कहूँ मैं कहाँ।
बूंद-बूंद में, इश्क की बातें हैं,
शादी का सेहरा, ख्वाबों में रातें हैं।
प्यार भरी हँसी, मुस्कानों का है इज़हार,
शादी का सेहरा, खुशियों का पैगाम लेकर आया है यहाँ।