हरिद्वार, भारतीय राज्य उत्तराखण्ड का एक प्रमुख धार्मिक और पिलग्रीम स्थल है। इसका नाम “हरि” और “द्वार” से आया है, जिसका अर्थ होता है “हरि का द्वार”। यह स्थान गंगा नदी के किनारे स्थित है और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
हरिद्वार का मुख्य आकर्षण है हर की पौड़ी, जहां गंगा नदी का प्रवाह अधिकतम होता है। यहां लोग स्नान करते हैं और अपने पुण्य को बढ़ाने के लिए गंगा के सुगंधित जल से समर्पित होते हैं। हरिद्वार को “पंच तीर्थ” में भी शामिल किया जाता है, क्योंकि यहां पंच तीर्थ – गंगा, यमुना, सरस्वती, शत्रुघ्न, और लक्ष्मण – मिलते हैं।
हरिद्वार में हरिद्वार महाकुम्भ मेला भी होता है, जो कुम्भ मेला का एक अहम हिस्सा है। यह मेला 12 वर्षों में एक बार होता है और लाखों पिलग्रीम्स को एक साथ लाता है।
हरिद्वार में रहने वाले ब्रह्मकुंडी, चंडी देवी मंदिर, राजा मन सिंह का महल, भरत माता मंदिर, और मंसा देवी मंदिर जैसे धार्मिक स्थल हैं जो यात्री की धार्मिक और आध्यात्मिक भावना को बढ़ाते हैं।
हरिद्वार एक सांस्कृतिक और धार्मिक नगर होने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य से भी युक्त है। गंगा के किनारे स्थित इस स्थल का आदर्श समय स्नान के लिए पर्यटकों का होता है, और यहां का माहौल धार्मिक और शांतिपूर्ण है।