यहाँ सरल, साफ़ और पेशेवर हिन्दी में उन नुकसानें का सारांश है जो एक व्यवसाय या व्यक्ति को वेबसाइट न बनवाने पर हो सकते हैं:
- ऑनलाइन मौजूदगी नहीं
ग्राहक पहले इंटरनेट पर खोजते हैं। वेबसाइट न होने पर आप ऑनलाइन दिखाई नहीं देंगे और संभावित ग्राहक चूक सकते हैं। - किसी पर भरोसा बनाना कठिन
वेबसाइट भरोसे की पहचान है। बिना वेबसाइट के नए ग्राहक आपकी वैधता और पेशेवरता पर सवाल उठा सकते हैं। - ब्रांड कंट्रोल कम हो जाता है
सोशल पोस्ट या तृतीय-पक्ष लिस्टिंग पर आप जो दिखते हैं, वही लोग देखेंगे। वेबसाइट पर आप अपना संदेश, ब्रांडिंग और पेशकश नियंत्रित कर पाते हैं। - ग्राहक जानकारी और लीड गंवाना
वेबसाइट पर आप संपर्क फॉर्म, न्यूज़लेटर साइनअप और ऑफ़र रखकर लीड कलेक्शन कर सकते हैं। बिना वेबसाइट के यह सुसंगठित तौर पर नहीं हो पाता। - विस्तार और स्केलिंग में मुश्किल
नई सर्विसेस, प्रोडक्ट पेज, ब्लॉग या ई-शॉप जोड़ना वेबसाइट पर आसान है। अन्य माध्यमों से बड़े पैमाने पर विस्तार महंगा या कम प्रभावी हो सकता है। - डिजिटल मार्केटिंग सीमित
SEO, सर्च एडवर्टाइजिंग और कंटेंट मार्केटिंग का असली लाभ वेबसाइट से मिलता है। बिना वेबसाइट के इन चैनलों का ROI घट जाता है। - प्रतिस्पर्धा में पिछड़ना
अधिकतर प्रतिस्पर्धी वेबसाइट के साथ उपलब्ध जानकारी, रिव्यू और आसान कनेक्टिविटी देते हैं। आप संभावित ग्राहक खो देंगे। - ऑनलाइन सेल्स और पेमेंट क्षमता नहीं
अगर आप ऑनलाइन बेचना चाहते हैं तो वेबसाइट के बिना पेमेंट गेटवे और शॉपिंग अनुभव देना मुश्किल है। - कस्टमर सर्विस और सूचना देने में कमी
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न, सपोर्ट डॉक्युमेंट्स और अपडेट्स वेबसाइट पर उपलब्ध कराए जाते हैं। बिना वेबसाइट के हर बार मैन्युअल जवाब देना पड़ेगा। - लंबी अवधि में महंगा पड़ सकता है
असंगठित तरीके से मार्केटिंग या पेड चैनलों पर निर्भरता बढ़ेगी। समय के साथ ग्राहक हासिल करने की लागत बढ़ सकती ह
