चंद्रयान-2

चंद्रयान-2 भारत की दूसरी चंद्र अन्वेषण मिशन था, जो 2019 में लॉन्च हुआ। इसका उद्देश्य चंद्रमा को और अधिक अन्वेषित करना था। इस मिशन में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर जिसका नाम विक्रम था, और एक रोवर जिसका नाम प्रज्ञान था, शामिल थे। दुर्भाग्यवश, लैंडर कम्युनिकेशन को खो दिया गया था डिसेंट के दौरान। हालांकि, ऑर्बिटर ने जारी रखकर मूल्यवान डेटा जुटाना जारी रखा। यह मिशन ने भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण में जारी रखने का संकल्प दिखाया।

चंद्रयान-2 की विशेषज्ञता:
– ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम), रोवर (प्रज्ञान)
– जुलाई 2019 में लॉन्च किया गया
लागत: लगभग $142 मिलियन
मुख्य व्यक्ति: डॉ. के. शीवान ने मिशन के दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसरो) के चेयरमैन के रूप में कार्य किया।
यात्रा की दूरी: मिशन ने चंद्रमा का अन्वेषण करने का उद्देश्य रखा था, जिसमें उसके यात्रा के दौरान विभिन्न दूरियां शामिल थीं। ऑर्बिटर अब चंद्रमा की कक्षा में कार्य कर रहा है और दूर से डेटा जुटा रहा है।