सच्ची तपस्या
(By Saurab)
जंगल में बैठा साधु बने,
यह तपस्या आसान लगे।
पर घर-परिवार संभाल सके,
वही असली इंसान लगे।
रिश्तों की डोरी थामे जो,
धैर्य संग हर कर्म करे।
अपने सुख को भूलकर,
सबका जीवन रोशन करे।
संयम, प्रेम, कर्तव्य निभाना,
यही सच्ची साधना है।
भीड़ में रहकर भी जो टिके,
बस वही असली साधु है!