मित्रता

मित्रता एक प्यारा बंधन, दिलों को जोड़े रखता है,

हर ग़म, हर ख़ुशी में, साथ हमेशा चलता है।

ना जात-पात, ना धर्म देखे,

सच्चा दोस्त बस मन देखे।

 

हंसी में हो या आंसुओं में,

हर मोड़ पर वो पास रहे।

भीड़ में जब सब छूट जाएं,

मित्रता की साँस बहे।

 

पहला रविवार अगस्त का,

इस रिश्ते को खास बनाता है,

दोस्ती के मीठे धागों से,

हर दिल को फिर बाँध जाता है।

 

चलो मनाएं आज का दिन,

मिलकर गले लगाएं सब,

मित्रता की इस अनुपम छाया में,

जग सारा मुस्कुराए अब। 😊🌸

 

Saurabh