ख़ामोशी की धूप (By Saurabh)

  ख़ामोश रहकर कर्म जो करते, जीवन के पथ पर आगे बढ़ते। बिना शब्दों के दुआएं सजतीं, सपनों की राहें खुद ही बनतीं। जब दुआएं […]

बहाने से मिला: एक भव्य कविता

आपके बहुत सुंदर कविता को हिंदी में लिरिक्स में परिवर्तित करता हूँ: मिल गया आपके बहाने से नाम ख्वाज़ा बड़ा निराला है, हिंद के वलियों […]

जय लक्ष्मी माता।

जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता। ब्रह्मा, रुद्राणी, तुम कमला रानी। आगम-निगम बखानी, तुम ही जग माता। मैया […]