खंडहर में रोने वाली दीवार के सामने हमारा घर

खंडहर में रोने वाली दीवार के सामने हमारा घर खंडहर की दीवारें फुसफुसाती कहानियां, वक्त के निशान, बिखरी पुरानी निशानियां। टूटे पत्थरों से झांकता अतीत, […]

ख़ामोशी की धूप (By Saurabh)

  ख़ामोश रहकर कर्म जो करते, जीवन के पथ पर आगे बढ़ते। बिना शब्दों के दुआएं सजतीं, सपनों की राहें खुद ही बनतीं। जब दुआएं […]