“डोपामाइन: खुशी की तरंग”

डोपामाइन की बूँदें जब, मस्तिष्क में बरसती हैं,

खुशी की लहरें उठती हैं, और नई उमंगें सजती हैं।

इनाम की राह पे चलता, मन को उड़ान मिलती है,

हर सपने का पीछा करते, मंज़िल की पहचान मिलती है।

 

प्यार की मीठी धड़कन में, स्नेह का जादू जगाता है,

डोपामाइन के स्पर्श से, हर लम्हा ख़ुशबू पाता है।

जब दिल के तार छूते हैं, ये रासायनिक नग़मे,

जीवन के हर इक पहलू में, उमड़ते हैं मधुर क्षण अँजाने।

 

पर इस जादू का ध्यान रहे, ये राह भी खतरनाक है,

ड्रग्स की भूल भटकाती, इसकी लत भी भयंकर है।

संभालो इस बहती नदी को, सही दिशा में मोड़ो,

डोपामाइन से सजी हुई, जीवन की डोर को तोड़ो नहीं।

 

हर जीत, हर प्रेम में, ये रासायनिक रंग भरे,

डोपामाइन के संग-संग हम, नए सपनों को संजोएं फिर!