लोहड़ी आई, अग्नि दी रात है,
ढोल की धुन, भांगड़ा का साथ है।
गुड़ की मिठास, रेवड़ी का स्वाद है,
बल्ले बल्ले करो, लोहड़ी की रात है।
आग के पास सभी, साथ मिलकर नाचो,
खाओ रेवड़ी, गुड़ की मिठास भरपूर मचो।
लोहड़ी की रात, सबको मुबारक हो,
हर पल सुखद, खुशियों से भरा हो।