खुश रहने का मतलब ये नहीं,
कि हर पल हो उजियारा,
दुख की काली रातों में भी,
सूरज-सा जलता हो तारा।
जीवन के हर मोड़ पर हमने,
दुख का सामना करना सीखा,
आंसुओं को मोती समझकर,
दिल का हर दर्द संवारना सीखा।
खुशी वो नहीं जो बाहर दिखे,
दिल के भीतर का वो संगीत है,
सहानुभूति से बंधी मुस्कान,
यही तो जीवन की जीत है।
चलते-चलते राह में कांटे मिले,
फिर भी हम हंसते रहे,
खुश रहने का यही मतलब है,
कि दुख सहकर भी हंसते रहे।
ज़िंदगी ने सिखाया हमें ये हुनर,
खुशियां छिपी हैं हर ठोकर में,
हर ग़म में ढूंढा हमने अमृत,
और मुस्कान बसी इस सफर में।