पत्र: भावनाओं की संध्या

शब्दों की नृत्यरंगीनी, पत्रों में बसी, स्याही के जादू में, भावनाएँ कहीं बसी। कागज़ के कैनवास पर, कहानियाँ हो जाती हैं, अजनबी दस्तक, पत्रों में […]