पत्र: भावनाओं की संध्या

शब्दों की नृत्यरंगीनी, पत्रों में बसी, स्याही के जादू में, भावनाएँ कहीं बसी। कागज़ के कैनवास पर, कहानियाँ हो जाती हैं, अजनबी दस्तक, पत्रों में […]

रेडियो की धूप

रेडियो की धूप, आँधी से भी तेज, बजती है संगीत, हर दिल को छू जाए। बिन बुलाये मेहमान, हर पल है सुनहरा, गाती है ये […]

मोबाइल की दुनिया

मोबाइल की दुनिया, हैरानी का कुंजी, छुपा बैठा है जादू, हर बात की बहुती. छोटे से छोटे बटन, छिपा बैठे राज, सारा जहां है यहाँ, […]