Aapka tarana राम लला विराजमान: एक कविता 0 जय श्री राम, हरी भक्ति में राम, अयोध्या के शहर में, धरती पर अवतार होने का समय आया। दादा हर सुख दास के मंदिर में, […]
Aapka tarana “रविवार से सोमवार: आगमन की उत्सुकता” 0 रविवार का आँगन सुहाना, हर दिल में है ये बहार। मुस्कानों से रंगी है फिजाएँ, खुशियाँ हैं हर इक नज़र। आज बसा है ख्यालों में, […]