“रविवार से सोमवार: आगमन की उत्सुकता” Posted on by रविवार का आँगन सुहाना, हर दिल में है ये बहार। मुस्कानों से रंगी है फिजाएँ, खुशियाँ हैं हर इक नज़र। आज बसा है ख्यालों में, सोमवार की मीठी सोच। इंतज़ार में हैं दिल सब, सोमवार का है आगमन खास।
Aapka tarana जय माँ कालका, तेरी महिमा अपार 0 जय माँ कालका, तेरी महिमा है अपार तेरे चरणों में सारा संसार तू है ममता की मूरत प्यारी हर भक्त की सुनती है पुकार […]
Aapka tarana ठंडक 0 ठंडक, गर्मी की जलती आग की दास्तान, प्राकृतिक सीता जो लाती, है सांसों को राहत दिन-रात। पेड़ों की छाया, हवा में मिली सुगंध, ठंडक, है […]
Aapka tarana वक़्त 0 तू वक़्त नहीं जो लौट आए, मैं कैलेंडर नहीं जो बता पाए। चलो कुछ ऐसा करते हैं, लम्हों को जरा थाम लेते हैं। बीते […]