“संतुष्टि का ताज: खुशी की खोज में” Posted on by सुख की खोज में, राह पर चलो,मिलेगी खुशी, जब आत्मा से मिलो। मांगने से नहीं, देने में खोजो,अपने अंतर में, सुख को बहाल करो। क्या-क्या है तुम्हारे पास, सोचो एक बार,धन नहीं, मगर संतुष्टि का ताज। खुशी तो है यही, जो है तुम्हारा,बिना चाहे, जीवन को सजाओ सारा।
Aapka tarana तुम से तुम तक 0 तुम से तुम तक (By Saurabh) मेरी खुशियां, मेरी लड़ाइयां, बस तुम से, और तुम तक। मेरी सांसों का हर सबब, मेरे दिल […]
Aapka tarana इलाहाबाद विश्वविद्यालय 0 इलाहाबाद विश्वविद्यालय, शिक्षा का संगम, अद्वितीय वातावरण, ज्ञान का समर्पण। चर्चा के क्षेत्र में, है यह महाविद्यालय अमूर्त, विभिन्न क्षेत्रों में, बढ़ते हैं छात्र कौशल। […]
Aapka tarana धन का महत्व” 0 संस्कृत (By Kishlaya): वदन्ति वित्तं न सर्वं, किं वित्तं सारमुत्तमम्। विना तु वित्तं जगति, न सुखं स्यात् कथञ्चन॥ धनेन जीवनं सुगं, विना तु […]