मकर संक्रांति Posted on by सूरज की किरणें छू रहीं स्काई, मकर संक्रांति आई है यहाँ। उड़ान भरने का समय आया, पतंग बनाएं रंगीन यहाँ। धूप में चमके रंग बिखराएं, विराजे सूरज उच्छशिखर पर। हृदय में खुशियाँ बरसाएं, मकर संक्रांति की बधाई हमारी तरफ से यहाँ।
Aapka tarana गलती मेरी… पर फिक्र सबको! 0 — 🤭 गलती मेरी… पर फिक्र सबको! अपनी गलतियों पर क्या सोचूँ यार, ज़माने ने बना रखी है जाँच की सरकार! 😎 सोशल मीडिया वाले […]
Aapka tarana किश्लया – दिल की गहराइयों से जुड़े हुए सपनों का सफर 0 1. “किश्लया – दिल की गहराइयों से जुड़े हुए सपनों का सफर।” 2. “जब दिल कहता है किश्लया, तो हर मुश्किल को हार मानना सीखता […]
Aapka tarana “दर्द का संगीत: किशलया के साथ” 0 दर्द की एहसास है, सच्चाई सबको पता है। फिर भी, उस दर्द के में, शर्मिंदा होता होगा। किसी के दर्द को छूना, वही किशलया होता […]