हमको रखना था सबका दिल यूँ भी

हमको रखना था सबका दिल यूँ भी,
पर दिल की कहानियों में कभी बहुत दरारें रहती हैं।
हमने फिर अपना दिल नहीं रक्खा,
इस प्यार की कहानी में, अक्सर रिश्तों को खो बैठते हैं।
दिल की बातों में छुपी ये दरारें,
मोहब्बत के सफर में हैं, जो हमें सिखाती हैं।
ज़ख्मों का सफर है, इस मोहब्बत का मेला,
पर दिल टूटा है, तो फिर भी हर बार उम्मीद से जुड़ा है।