धनुष से है सारा जहां Posted on by धनुष से है सारा जहां, छलांगें लेकर चला यहां। बस है धनुष, बस है बाण, साहस है इसमें, ताकद है इसमें। सिर पे ताज, और मन में वीर, धनुष की धारा से बदलता हर रंग। खेलों इसे संग, नई ऊंचाइयों पर, धनुष से है सारा जहां, एक सपना नया है यहां।
Aapka tarana महाशिवरात्रि 0 भोलेनाथ की कृपा से, महाशिवरात्रि का त्योहार है। नीलकंठ की धारा में, भक्तों का है दीदार है। भगवान शिव के ध्यान में, मिलती हैं आत्मा […]
Aapka tarana हमारी टीम की कहानी” 0 हमारी टीम की बात निराली, हर रोज़ होती नई ख़्याली। कोई फ़ाइलें गुम कर जाए, तो कोई चाय गिरा कर आए। मीटिंग में सब […]
Aapka tarana रंगीनीयों का मेला 0 रंगीनीयों का मेला, बजता है रंग बिरंगा तंगा, हर रंग में छुपी है कहानी, हर मौसम एक संगीत संगा। लाल, हरा, नीला, पीला, चमकते हैं […]