चटनी Posted on by चटनी की चटकार, खाने का सहारा, तीखी-मीठी मिलती, हर बार का प्यार। पुदीना-धनिया की खुशबू, लहसुन की बू, चटनी है साथ, समोसे की बनी राह। तमाला और इमली का मिलन, रंग भर दे जीवन, चटनी की एक बूंद, दिल को है बहुत भान।
Aapka tarana बसंतु की खुशियों में: दया रण के जन्म दिन की कविता 0 बसंत पंचमी आई, खुशियों का त्योहार, दया रण का जन्म, है ये खास इज़हार। सूरज की किरनें बिखराएं महका, फूलों का रंग बिरंगी एक महफ़िल […]
Aapka tarana एक अच्छी शुरुआत 0 दिन में छिपा है, एक नया उजियारा, संभावनाओं से भरा, हर पल हमारा। न कोई दिन बुरा, न कोई रात हारी, बस करना है हमें, […]
Aapka tarana स्वास्थ्य का संरक्षण, धन का समर्पण, शारीरिक सुधार 0 स्वास्थ्य का संरक्षण, धन का समर्पण, शारीरिक सुधार, और पैसों का प्रबंधन। रोज सुनिए ध्यान, सजीवन खेलें योग, खाएं संतुलित आहार, रहें हमेशा रोग मुक्त। […]