“गुस्सा नहीं होते”
कहते हैं लोग,
“Lecture मत दिया करो,”
पर हम कहते हैं,
“हमें ही दिया करो!”
हर शब्द से सीखें हम,
गुस्सा नहीं होते,
क्योंकि हर ज्ञान का मोती,
नई राह दिखाते होते।
सीखों को अपनाओ,
गुस्से में क्यों रहना?
हर बात में जो सिखाए,
वो हीरा है, उसे चुनना।
दुनिया को कहो,
तुम तो ज्ञान से खेलते हो,
Lecture तो क्या?
हम तो हर सीख में निखरते रहते हो!