❤️ माँ की ममता, पिता की क्षमता
✍️ सौरभ की कलम से
इस ज़िंदगी में दो रहस्य गहरे हैं,
जो जितना जानो, उतना ही और गहरे हैं।
एक है — माँ की ममता, जो बिना शर्त बहती है,
बिन कहे हर दर्द समझ लेती है, हर साँस में रहती है।
दूसरा है — पिता की क्षमता, जो चुपचाप सब सहता है,
अपने सपनों को तजकर, हमारी राहों में दीपक रखता है।
माँ के आँचल में जन्नत बसती है,
पिता की हथेलियों में मेहनत की गर्मी हँसती है।
दोनों की माया को कोई तौल नहीं सकता,
इनके बिना जीवन को कोई खोल नहीं सकता